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Thursday, 20 December 2012

बस कुछ इसी तरह से हम अपनी प्रेम कहानी लिख जायेंगे...


बस कुछ इसी तरह से हम अपनी प्रेम कहानी लिख जायेंगे...
अहिस्ता अहिस्ता हम तुझ मैं खो जायेंगे,
हर गुज़रते पल मैं"तुम" "मैं" और "मैं" "तुम" हो जायेंगे,
सोचा न था की ऐसे पल भी इस ज़िन्दगी में आयेंगे,
दो चार कदम जो चले साथ वही हमारे हमसफ़र होजायेंगे......
अब जो थामा तुमने हाथ तोः नामुमकिन को मुमकिन कर जायेंगे,
एक तेरे प्यार के सहारे हम ज़िन्दगी की हर नफरत सह जायेंगे,
तुम देना बस यूँही साथ मेरा तोः करिश्मा हम कर जायेंगे,
दुनिया ने देखी न होगी मोहोब्बत की ऐसी मिसाल कायम कर जायेंगे,
देखा जो हमने मिलके हर वोः ख्वाब पूरा कर जायेंगे, .
तेरी बाहों मैं अब अपनी ज़िन्दगी बिताएंगे,
जोड़ के एक एक ईंट अपने सपनो का घर बसायेंगे,
और उस छोटे से घर को तेरी मुस्कुराहटों से सजायेंगे,
फिर जोड़ के दोनों हाथ भगवान् से दुआ कर जायेंगे,
पाये तू खुशी दो जहाँ की और तेरे सारे गम मेरे हो जायेंगे,
बहायेंगे आंसू हम तेरे हिस्से के 
और अपने हिस्से की मुस्कराहट तेरे लबों पे सजायेंगे,
बस कुछ इसी तरह से हम अपनी प्रेम कहानी लिख
जायेंगे......╰» ѕαмραт

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